The Greatest Guide To hindi kahani short
The Greatest Guide To hindi kahani short
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hindi kahaniya
जैसे–जैसे बच्चे बड़े होते हैं, आपको उनमें एक अलग ही व्यक्तित्व दिखाई देगा। क्योंकि बच्चे हर दिन नई आदतों को विकसित करने की प्रवृत्ति रखते हैं। जैसे–जैसे दिन आगे बढ़ता जाता है, आपका बच्चा संभवतः एक पुरानी आदत को पीछे छोड़ देगा और किसी नई आदत को अपनायेगा या पुरानी आदत का एक नया रूप लेगा।
उसने बच्चों के एक दुसरे से हाथ पकडवाऐ और नाला पार करने लगी.
इतना सुनते ही सभी बच्चों ने सिर झुका लिया. इस तरह गुरूजी ने अपनी पुत्री के लिए योग्य और बुद्धिमान वर मिल गया.
अपनी मेहनत को धुल में मिला देख बया को बड़ी ग्लानी हुई. थोड़े वक्त तक वह अपनी कराहती आवाज में रोती रही, फिर उन्हें लगा कि रोने से क्या फायदा है सिर पीटने और रोने से कोई फायदा नही हैं
...... कल की छुट्टी है.......कल की छुट्टी है........ ...
चाहे कोई कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो उन्हें बुद्दि के बल पर पराजित किया जा सकता हैं- लीजिए शुरू करते हैं यह बच्चो के लिए शिक्षाप्रद कहानी-
यदि आपको बच्चों को मोरल शिक्षा देने वाली ये कहानियां पसंद आई हो तो अपने फ्रेड्स के साथ भी शेयर करें.
बया के घौसले बेहद प्रसिद्ध होते है तथा यह बेहद सुंदर नीड़ बनाती हैं.
कुछ दिन बाद एक दिन प्रातकाल इस मंत्रीराजा ने दोनों राजाओं, जमीदार तथा सेठ सभी को अपने यहाँ आमंत्रित किया.
श्रीमती जी की रात के दो बजे अचानक नींद खुली तो पाया कि पतिदेव बिस्तर पे नहीं है। जिज्ञासावश उठीं, खोजा तो देखा डाइनिंग टेबल पर बैठे कॉफी का कप हाथ में लिये विचारमग्न होकर पति देव दीवार को घूर रहे ...
इसलिए मैं चाहता हूँ कि सभी शिष्य विवाह में लगने वाली सामग्री एकत्र करे.
काफी मेहनत के बाद भी काम बनता न देखकर वह दुखी होकर पेड़ की डाल पर ही रोने लगी.
कुछ समय बाद वहा से ऊंटों का झुण्ड गुजरा. कुरज ने ह्रदय चिर देने वाली करुण स्वर में विनती की.
दोनों महात्मा जी के चरणों में गिरकर अपनी गलती की क्षमा मांगी. उसी दिन से सबके साथ प्रेम का व्यवहार करते हुए अपने समय को भजन भक्ति में लगाते हुए अपने जीवन सफल करने लगे.